बालों का गिरना एक गंभीर समस्या, किन्तु साध्य - योगाचार्य विजय श्रीवास्तव

कारण
          बालों का गिरना या झड़ना एक गंभीर समस्या है. बालों के झड़ने अथवा गंजेपन के कई कारण है जैसे बालों की जड़ों का कमजोर हो जाना, पिट्यूटरी ग्लैंड(पियूस ग्रंथि) में हार्मोन्स की कमी, सिर पर रुसी की अधिकता, बालों की जड़ों में पोषक तत्वों की कमी, क्रोध, शोक, चिंता, अधिक मानसिक परिश्रम, अधिक गरम भोजन, सिर में बढ़ती गर्मी, भोजन में विटामिंस मिनिरल्स, रेशा एवं आभ्यंतर रस हार्मोन्स की कमी, लगातार सिर दर्द रहने से रक्त संचार में कमी, भोजन का सही ढंग से न पचना, सिर के स्नायुओं में प्राण प्रवाह की कमी.
यौगिक उपचार -
                         सर्वांगासन, शीर्षासन(ह्रदय रोगी व रक्तचाप के रोगी सर्वांगासन व शीर्षासन न करें) शवासन, आनंदमदिरासन, भ्रामरी प्राणायाम, कपालभाति, ध्यान, कुंजर क्रिया, नेतिक्रिया.
प्राकृतिक उपचार -


                          घृतकुमारी (एलोवेरा) का जेल बालों में लगायें, आंवला शिकाकाई व रीठा का प्रयोग बालों में करें, प्रातः काल आंवले के चूर्ण का सेवन, लहसुन का रस एक बूंद, अदरक रस 2 बूंद, कागजी नींबू का रस 4 बूंद तीनों को आपस में मिलाकर (जहाँ गंजापन है लगायें.)
अचूक नुस्खा -
                      बर्रे(पीली) का वह छत्ता जिसकी मक्खियाँ उड़ चुकी हो 25 ग्राम, 10-15 देसी गुड़हल के पत्ते,1/2 लीटर नारियल तेल में मंद मंद आग पर उबालें सिकते-सिकते जब छत्ता काला हो जाये तो तेल को अग्नि से हटा दें. ठंडा हो जाने पर छान कर तेल को शीशी में भर लें. प्रतिदिन सिर पर इसकी हल्के हाथ से मालिश करने से बाल उग जाते हैं और गंजापन दूर होता है.
गंजेपन से बचने के लिए बालों में तेल लगायें -
                                                                  जैसे यदि पेड़ पौधों को पानी से न सींचा जाये तो वे कुम्हला जाते है और धीरे धीरे नष्ट होने लगते हैं उसी प्रकार यदि बालों में प्रतिदिन तेल न लगाया जाये तो वे कमजोर होकर झड़ने व गिरने लगते है अर्थात सिर पर तेल की मालिश करने से बाल सुरक्षित कोमल, घने, चिकने, स्वस्थ व काले रहते हैं.

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